Grihastha Mein Kaise Rahen (Assamiya)
- Author Swami Ramsukhdas Ji
- Price 15
- Language Note: Assamiya
- Category:Benedictory Literature of His Holiness Swami Ramsukhdas
- SKU: 1487
- Book Size: Pustakakar Description:
गृहस्थमें कैसे रहें? पुस्तकाकार—संसारमें रहते हुए अनासक्त भावसे जीनेकी कला तथा जीवनका सिद्धान्त समझाकर चरित्र-निर्माणका सच्चा पाठ पढ़ानेवाली ब्रह्मलीन श्रद्धेय स्वामी श्रीरामसुखदासजी महाराजकृत अद् भुत पुस्तक।