भक्त नरसिंह मेहता पुस्तकाकार—इस पुस्तकमें गुजरातके प्रसिद्ध भक्त
श्रीनरसिंह मेहताके चरित्र-चित्रणमें उनके जीवनकी अद्भुत घटनाओंका बड़ा ही
भावात्मक वर्णन किया गया है। पुस्तक २० अध्यायोंमें विभक्त की गयी है—जिसमें
नरसिंह मेहतापर महात्माकी कृपा, कुटुम्ब-विस्तार, शिव-अनुग्रह, रासदर्शन,
अनन्याश्रय, कँुवरबाईका दहेज, भक्त और भगवान् , अन्तिम अवस्था आदि महत्त्वपूर्ण
विषय हैं। भगवान् के द्वारा भक्तके योग-क्षेम-वहनका नरसिंह मेहता-जैसा अद्भुत
चरित्र और कोई नहीं मिलता। इस पुस्तकके पठन-पाठनसे भगवान् पर दृढ़ विश्वास तथा भगवद्भक्तिमें सहज निष्ठा होती है। |